सभी देशवासियों को दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं
हिंदू धर्म में दशहरा का विशेष महत्व है। हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का पर्व मनाया जाता है। इसे अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाते हैं। इसी के कारण इसे विजयादशमी भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन प्रभु श्री राम ने लंकापति रावण का वध किया था। इसी के कारण इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है।
इस साल दशहरा का पर्व 12 अक्टूबर 2024, शनिवार को मनाया जा रहा है। इस साल दशहरा पर काफी शुभ मुहूर्त बन रहा है। आइए जानते हैं दशहरा की सही तिथि, रावण दहन का मुहूर्त, पूजा विधि सहित अन्य जानकारी…
दशहरा पर बन रहा शुभ योग
पंचांग के अनुसार, इस बार दशहरा पर काफी शुभ योग बन रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग के साथ श्रवण योग बन रहा है। दशहरा का पर्व श्रवण नक्षत्र में मनाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। पंचांग के अनुसार, 12 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 24 मिनट पर श्रवण नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा, जो अगले दिन 13 अक्टूबर को सुबह 4 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 13 अक्टूबर को सुबह 4 बजकर 27 मिनट तक है। इसके साथ ही रवि योग सुबह 06:20 से 13 अक्टूबर को सुबह 06:21 बजे तक है।
श्री राम पूजा विधि (Shri Ram Puja Vidhi)
दशहरा के दिन भगवान राम के साथ-साथ मां सीता, लक्ष्मण जी और हनुमान जी जल चढ़ाएं। इसके साथ ही मौली, चंदन, रोली, अक्षत, अबीर, गुलाल, फूल, माला चढ़ा दें। इसके बाद धूप-घी का दीपक जलाकर ऊं रां रामाय नम: मंत्र का जाप करें। इसके साथ ही रामायण की चौपाईयां, श्री राम चालीसा का पाठ करने के साथ आरती कर लें।