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ब्रेकिंग न्यूज।

जिला डेस्क।

बारूद की ढेर पर बसे गांव बरदौन पहुंचे डीएम।

स्कूल बना आशियाना के आरोप की जांच की।

पराक्रमी जिलाधिकारी राकेश कुमार रविवार को बारूद की ढेर पर बसे खैरा प्रखंड के बरदौन गांव का परिक्रमा किया और हालिया विवाद ” स्कूल बना आशियाना ” की सच्चाई को जाना। सिविल सर्जन डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप , जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी समेत कई संबंधित जन इस अवसर पर मौजूद थे।

जिलाधिकारी परिक्रमा के दरम्यान उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरदौन गए और रविवार अर्थात छुट्टी के दिन भी विद्यालय को खुलवाया और भवन के कमरे का गहन अवलोकन किया। उन्होंने मौके पर प्रभारी शिक्षिका शीला हेंब्रम से जरूरी पूछताछ की। डीएम ने तल्ख लहजे में कहा कि विद्यालय भवन का इस्तेमाल सिर्फ शैक्षणिक कार्य के लिए किया जाना है। अवांछित उपयोग कानून विरोधी है। स्कूल को आशियाना बनाने वाली बात की जांच की जाएगी। सच साबित होने पर संबंधित शिक्षिका पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षिका से गहन पूछताछ की।

अंकित करने वाली बात है कि प्रभारी शिक्षिका शीला हेंब्रम पर स्कूल को आशियाना बनाए जाने का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में अखबार में भी खबर छपी और विडियो भी वायरल हुआ। वायरल विडियो की सच्चाई जानने के लिए डीएम बरदौन गांव गए और आरोप की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने साफ साफ कहा कि किसी भी सूरत में दोषी बक्सा नहीं जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि बरदौन गांव जमुई जिला की सीमा पर अवस्थित अत्यंत नक्सल प्रभावित गांव है। घना जंगल और दुर्गम क्षेत्र में स्थित इस गांव में रात की बात छोड़ें , दिन में भी लोगों को वहां जाने में भय सताता है। साहसी जिलाधिकारी राकेश कुमार पराक्रम का परिचय देते हुए बारूद की ढेर पर बसे गांव का परिक्रमा किया और अदम्य साहस का परिचय देते हुए जिला के सर्वांगीण विकास के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिए जाने की बात कही।

 

नव सिद्धि संकल्प न्यूज

जिला संवाददाता आशुतोष पाण्डेय

जमुई बिहार

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